मेरे लाल जोड़े की कीमत तिरंगे से कभी ज्यादा न होगी
शान से जाओ तुम!!!! जानती हूँ सरहदों को इस देहलीज़ से तुम्हारी ज़रूरत ज्यादा होगी
सुनो!!! क्या होगा मेरा ये मन में कभी न लाना
सरहदों पर तुम शेर बन दहाड़ना!!!! रूह कांपे दुश्मनों की ऐसे तुम उसे ललकारना
सुनो!!!!! वतन की हिफाज़त के लिए पैर बढ़ने में कभी न हिचकिचाना
सुनो!!!!! देश के तरफ आने वाली हर गोली तुम सीने पर ही खाना
तुम्हारे फ़र्ज़ के आगे ये चुटकी भर सिन्दूर की बेड़ियाँ कभी नहीं होंगी
मेरे लाल जोड़े की कीमत तिरंगे से कभी ज्यादा न होगी
सुनो!!! ये हाथ चूड़ियों से भरें!!! पर कमजोर नहीं है
अबला कही जाऊ!!!! अब ये वो दौर नहीं है
दुनियां से लड़ना अब मैं जानती हूँ
होंसला ऐसा!!! खुद को तुमसे कम नहीं मानती हूँ
वचन है तुम्हारी दुल्हन दुनिया के आगे कभी कमज़ोर न होगी
जानती हूँ!!! मेरे लाल जोड़े की कीमत तिरंगे से कभी ज्यादा न होगी
फ़िक्र न करना!!! उन बूढ़े कंधों का मैं सहारा बनूँगी
इन छोटी चमकती आँखों में नए सपने मैं गढ़ूँगी
तुम देश की रखवाली की जिम्मेदारी बेखौफ उठाना
मेरे रहते महफूज़ रहेगा ये तुम्हारा ये घराना
मेरे रहते कोई आंख तुम्हारे अपनों पर नहीं उठेगी
जानती हूँ!!! मेरे लाल जोड़े की कीमत तिरंगे से कभी ज्यादा न होगी
सुनो!!! मैं इंतज़ार करूंगी तुम्हारा
देखना है मुझे तुम्हारी वर्दी में जड़ा वो नया सितारा
तुम्हारी याद तो जरूर आएगी
पर वादा!!! तुम्हरी दुल्हन अपनी गीली ऑंखें किसी को नहीं दिखयेगी
तुम्हारे सरहद जाने का दर नहीं मुझे!!! भरोसा है जीत कर ही आओगे
या तो तुम तिरंगा फेहराओगे!!! या उसी में लिपट जाओगे
अकेले नहीं हो तुम!!! मेरी मोह्हबत हिम्मत बन तुम्हारे लहुं में बहेगी
जानती हूँ!!! मेरे लाल जोड़े की कीमत तिरंगे से कभी ज्यादा न होगी.
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